गुरुवार, 11 सितंबर 2014

हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरण की अनदेखी से होगा प्राकृतिक तांडव

कश्मीर में आपदा, उत्तराखंड में आपदा, हिमाचल में आपदा, पाकिस्तान में आपदा, चाइना में आपदा, बांग्लादेश में आपदा.... क्या अब भी महान देशभक्तों को किसी वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है ? अब तो मूर्खों को भी ये समझ आ गया होगा कि इतनी आपदायें हिमालयी क्षेत्र में अत्यधिक मानव दखल, कंक्रीट के जंगल, विस्फोटक, बड़ी जल विधुत परियोजनाएं और उनका मलबा यहाँ की पारिस्थितिकी के लिए अत्यधिक नुकशानदायक है, हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरण की अनदेखी करना हर वर्ष कहीं न कहीं तांडव करता रहेगा..

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